कुछ लोग मिल कर तड़पते हैं,
तो कुछ लोग तड़प कर मिलते हैं I
कोई जिन्द्गी से मिल कर तड़पता है,
तो कोई तड़प कर अपनी जिंदगी से मिलता है I
मिलने का भी, अजीब दास्तां है दोस्तों ...
कोइ ख्वाबों में मिलता है,
तो कोइ मिल कर ख्वाब बन जाता है I
किसी से दिल नहीं मिलता,
तो कोइ दिल से नहीं मिलता I
मिलने का भी, अजीब दास्तां है दोस्तों ...
कोइ मिलने की दुआ करता है,
तो कोइ न मिलने की दुआ करता है I
कोइ अपनों से मिलता है,
तो कोइ मिल कर अपना हो जाता है I
मिलने का भी, अजीब दास्तां है दोस्तों ...
कोइ अपनों से मिल कर खुश हो जाता है,
तो कोइ गैरों से मिल खुश होता है I
किसी से मिलने की खुशी होती है,
तो किसी से मिल कर दुर होने की खुशी होती है I
मिलने का भी, अजीब दास्तां है दोस्तों ...
कोइ हमसे नहीं मिलता,
तो किसी से हम नहीं मिलते I
मिलने का भी, अजीब दास्तां है दोस्तों ...
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Asheesh Kamal |
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