मेरे शिव;
भक्तों ने आपकी गाथाओं का जो गुनगाण किया,
भोलेनाथ, महादेव, नारायण है नाम दिया I
दयालु, निराकार, हैं ओंकार आप,
केदारनाथ, स्वयंभू और पालनहार आप,
विघ्नहर्ता, सुखकर्ता, बैजू विश्वनाथ आप,
मेरे शिव;
भक्तों ने आपकी गाथाओं का
जो गुनगाण किया,
नीलकंठ, रामेश्वर, और नारायण आपने अपना नाम दिया I
आपकी कृपा से मिट्टी में जल, और धरा पर् उपवन,
सुर्य चन्द्रमा बादल गगन, झील नहर और पवन,
जिसे देख प्राणी होते मगन और उन्हें मिलते हैं जीवन I
मेरे शिव;
भक्तों ने आपकी गाथाओं का
जो गुनगाण किया,
भोलेनाथ, महादेव रामेश्वरम, और नारायण आपने, अपना नाम दिया I
मुझे भक्ती का आप वरदान दो,
दया अब करो शिव और मुझे ज्ञान दो,
हो मनोरथ पूर्ण अर्धनारीश्वर मेरी,
मेरे ह्रदय में हो सिर्फ सूरत तेरी I
मेरे शिव;
आपके आशीष ने यही प्रार्थना और नमन है किया,
भोलेनाथ, महादेव रामेश्वरम, और नारायण आपने, अपना नाम दिया I
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so nice...u hv written on my lord Shiva.....Neelkanth...jinhone saare sansaar ke liye khud hi vish kaa seban kiye the...yese he mere prabhu...mere Iswar.
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